Saturday, April 20, 2024
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खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल पुलिस की गिरफ्त में।

रविवार सुबह पुलिस ने अमृतपाल सिंह को मोगा के गांव रोड़े के गुरुद्वारा से सरेंडर के बाद गिरफ्तार किया है। खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब प्रमुख अमृतपाल सिंह को 36 दिन बाद मोगा पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस कई दिनों से देश के कई हिस्सों में उसकी तलाश कर रही थी। सरेंडर से पहले उसने गुरुद्वारा साहिब से संबोधित किया था। यह जरनैल सिंह भिंडरावाला का गांव है।
अमृतपाल की पंजाब पुलिस के पास पुख्ता सूचना थी, जिसके बाद पंजाब पुलिस में रोडे गांव को घेर लिया था। उसके बाद अमृतपाल के पास कोई विकल्प नहीं रह गया था। आखिर में वह गुरुद्वारे के बाहर आ गया जहां से पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पंजाब पुलिस के आईजी ने बताया कि गुरुद्वारे की पवित्रता को देखते हुए पुलिस ने गुरुद्वारे के अंदर जाकर अमृतपाल को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस ने पूरे गुरुद्वारे के आसपास फोर्स जुटा दी और उसे घेर लिया। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने आज सुबह करीब 6.45 बजे गांव रोडे में गिरफ्तार किया है।
पंजाब पुलिस के आईजी ने बताया कि यह कार्रवाई इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर की और गुरुद्वारे को घेरने के बाद अमृतपाल को एनएसए के तहत गिरफ्तार कर लिया। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजने की तैयारी है। बठिंडा एयरपोर्ट पर मेडिकल के बाद उसे एयरलिफ्ट करके असम भेजा जाएगा।
वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार था। वह दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में दिखाई दिया। उसके कईं फोटो और वीडियो भी सामने आए थे। इनमें अमृतपाल खुलेआम घूमता दिखा लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियों के हाथ उस तक नहीं पहुंच पा रहे थे।

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