Friday, April 19, 2024
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घर से बचने के लिए दोस्त के घर ली शरण, लेकिन दोस्त ने बेच दिया दोस्त का जिस्म, अब आरोपी दोस्त सहित तीन लोग पुलिस की गिरफ्त में।

उधम सिंह नगर जनपद के जिला मुख्यालय रुद्रपुर में मानव तस्करी का मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस के द्वारा चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि दो युवक और दो नाबालिग किशोरियों के द्वारा दो नाबालिग किशोरियों को बेचने का मामला सामने आया है। जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे तत्काल मुकदमा दर्ज किया और पुलिस ने इस मामले में, दो युवक और दो नाबालिग किशोरियों को गिरफ्तार किया है, इसके साथ ही चारों आरोपियों के कब्जे से पुलिस टीम द्वारा दोनों ही नाबालिग किशोरियों को भी बरामद कर मुक्त कराया है। पुलिस ने दोनों नाबालिग किशोरियों के बयान के आधार पर बलात्कार और पोस्को एक्ट के तहत धारा को भी बढ़ाया है। इसके साथ ही नाबालिग की खरीद फिरोज के मामले में पुलिस टीम के द्वारा चारों ही आरोपियों को जेल भेज दिया गया।

मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया गया कि पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज करने के बाद दोनों ही नाबालिगों को बरामद कर लिया गया और चारों आरोपियों के खिलाफ रुद्रपुर कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया है।

कैसे रचा किशोरियों को बेचने का षड्यंत्र

पुलिस के अनुसार 10 फरवरी को शहर में रहने वाली एक किशोरी संदिग्ध हालात में लापता हो गई। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। तीन दिन बाद वह अपने घर आ गई। उसने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ घूमने चली गई थी। अंधेरा होने पर घर में जाने की बजाए उसने रुद्रपुर रहने वाली अपनी दोस्त से मदद मांगी थी। उसकी दोस्त ने आवास विकास में रहने वाली अपनी दूसरी दोस्त के साथ मिलकर उसे लालपुर में एक होटल कर्मी देबू कश्यप को बेच दिया। होटल कर्मी ने तीन दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया और वह किसी तरह भागकर घर पहुंची। किशोरी को होटल कर्मचारी को बेचने के आरोप में पुलिस ने दो किशोरियों को पकड़ा है। किशोरी को पांच हजार रुपये में बेचा गया था, और खरीदने वाले होटल कर्मी ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। मामले में पुलिस होटल कर्मी के अलावा पीड़िता के दोस्त को जेल भेज चुकी है।

पीड़िता ने बयान में दो किशोरियों पर उसका सौदा पांच हजार रुपये में करने की बात कही थी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमे में साजिश और खरीद फरोख्त की धाराएं बढ़ाकर किशोरियों की तलाश शुरू कर दी। रविवार को जांच अधिकारी नेहा राणा ने दोनों आरोपी किशोरियों को पकड़ लिया।

दोस्त ने ही बेच दिया दोस्त को।

परिजनों से छिपकर दोस्त के साथ घूमने जाने का फैसला किशोरी को जिंदगी भर के लिए दर्द दे गया। उसने परिजनों की डांट से बचने के लिए जिस दोस्त से मदद मांगी, उसी ने अपनी दूसरी दोस्त से मिलकर सौदा कर दिया। इसके बाद अपने दोस्त को बचाने की कोशिश में उसके साथ चली गई। लेकिन नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में उसका दोस्त जेल गया, वहीं जिस्म का सौदा करने वाली दो किशोरियों को भी आखिरकार पकड़ में आ गई। बताया जा रहा है कि पकड़ी गई एक लड़की देह व्यापार के मामले में पीड़िता रह चुकी है।

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