प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से उत्तराखंड परिवहन निगम ने सीएनजी बसों का संचालन शुरू कर दिया है। हल्द्वानी डिपो के पास इस वक्त 12 बसें हैं। इन बसों का संचालन हल्द्वानी से दिल्ली के लिए किया जा रहा है। यह सभी बसें अनुबंधित हैं। वहीं शुरुआती चरण में सीएनजी बसों का संचालन होते ही तमाम परेशानियां भी सामने आ रही हैं जिसका सबसे ज्यादा यात्रियों असर पर पड़ रहा है, पिछले 2 दिन से सीएनजी खत्म होने की वजह से बस बीच रास्ते में ही रुक गई हैं, ऐसे में यात्रियों को तो फजीहत उठानी ही पडी वहीं बसों के संचालन पर भी इसका खासा प्रभाव पडा है। बस स्टेशन इंचार्ज इंदिरा भट्ट ने बताया कि अनुबंधित बस स्वामियों को विभाग दिल्ली से हल्द्वानी दोनो तरफ़ यात्रा के लिए 104 किलो सीएनजी मुहैया करा रहा है। इससे ज्यादा सीएनजी अगर यात्रा में लगती है तो उसका भुगतान खुद बस स्वामी को करना पड़ेगा, बस के सीएनजी टैंक की क्षमता 135 किलो की है जिसमें 104 किलो सीएनजी रोडवेज प्रबंधन द्वारा वहन की जाती है, इतनी गैस में दिल्ली से आना-जाना करना होता है। वहीं उन्होंने बताया कि इन अनुबंधित बसों के मालिकों द्वारा भी मुनाफा कमाने के चक्कर में कुछ तकनीकी खामी पैदा की जा रही है जिसके वजह से यात्रियों की फजीहत हो रही है।