Thursday, March 28, 2024
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भारत कंटेंट क्रिएशन और पोस्ट प्रोडक्शन का वैश्विक केंद्र बनने के लिए तैयार – सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि देश में तेजी से बढ़ते डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और एवीजीसी (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स) क्षेत्र में हो रही प्रगति भारत को मीडिया और मनोरंजन उद्योग का पसंदीदा पोस्ट-प्रोडक्शन केंद्र बनाने की क्षमता रखती है।
पुणे में सिम्बायोसिस स्किल एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित ‘मीडिया और मनोरंजन के बदलते परिदृश्य 2022’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य भाषण देते हुए, श्री ठाकुर ने कहा, “एवीजीसी क्षेत्र के लिए एक ठोस डिजिटल आधार देश भर में उभर रहा है तथा घरेलू एवं वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए विश्व स्तरीय रचनात्मक प्रतिभा विकसित करने के लिए सरकार ने एवीजीसी क्षेत्र के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि मीडिया और इंटरटेनमेंट इको-सिस्टम एक उभरता हुआ क्षेत्र है, जो 2025 तक सालाना 4 लाख करोड़ रुपये अर्जित करने और 2030 तक 100 अरब डॉलर या 7.5 लाख करोड़ रुपये के उद्योग तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने ऑडियो-विजुअल सेवाओं को 12 चैंपियन सेवा क्षेत्रों में से एक के रूप में नामित किया है और उन्होंने इसके निरंतर विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रमुख नीतिगत उपायों की घोषणा की।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि रेडियो, फिल्म और मनोरंजन उद्योग में रोजगार के बहुत बड़े अवसर हैं, क्योंकि हम गुणवत्तापूर्ण कंटेंट क्रिएशन के डिजिटल युग में छलांग लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, “वीडियो संपादन, कलर ग्रेडिंग, विजुअल इफेक्ट्स (वीएफएक्स), साउंड डिजाइन, रोटोस्कोपिंग, 3 डी मॉडलिंग इत्यादि क्षेत्रों में कई प्रकार के रोजगार उभरे हैं। इस क्षेत्र में प्रत्येक नौकरी की भूमिका के लिए कौशल और दक्षताओं के एक विशिष्ट सेट की आवश्यकता होती है। उद्योग और शिक्षा जगत के लिए यह अनिवार्य है कि वे एक साथ आएं और इस क्षेत्र की जरूरतों के लिए प्रासंगिक कार्यक्रम तैयार करें।” ठाकुर ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए निजी क्षेत्र के साथ नई साझेदारी कायम करने में जुटी है ताकि देश के छात्रों का रुझान इस क्षेत्र से जुड़ी प्रौद्योगिकी के अनुरूप हों।
ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साह ने युवाओं की महत्वाकांक्षा को पंख देने के अवसर प्रदान किए हैं और युवाओं को सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षा को कौशल भारत मिशन द्वारा साकार किया गया है, जिसका उद्देश्य बाजार में 40 करोड़ युवाओं को आवश्यक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है।






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