वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट है. यह बजट कोरोना महामारी की तीसरी लहर और पांच राज्यों में होने वाले चुनावों से पहले पेश हुआ है. इसलिए इसका महत्व और बढ़ जाता है. वित्त मंत्री ने इस दौरान रोजगार, मकान और शिक्षा आदि के संबंध में कई बड़ी घोषणाएं कीं. वित्त मंत्री के इस बजट को सत्ता पक्ष से जुड़े नेताओं ने जमकर सराहा है. इसमें गृह मंत्री अमित शाह , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर जैसे कई नेताओं के नाम शामिल हैं.
अमित शाह ने आम बजट को बताया ‘दूरदर्शी’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को संसद में पेश किए गए वर्ष 2022-23 के आम बजट को ‘दूरदर्शी’ करार दिया और दावा किया यह यह भारत की अर्थव्यवस्था का ‘स्केल’ बदलने वाला साबित होगा. बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि यह बजट भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के साथ ही स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव डालेगा.
उन्होंने कहा, बजट का आकार बढ़ाकर 39.45 लाख करोड़ करना, कोरोना काल में भी भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है. राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6.4 प्रतिशत करना बहुत बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत राजकोषीय घाटे को चार प्रतिशत से नीचे लाने में सफल होगा.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा सहित कई क्षेत्रों में रिसर्च और विकास के लिए पर्याप्त राशि आवंटित की गई है. आरएंडडी बजट का 25 प्रतिशत स्टार्टअप और निजी संस्थाओं के लिए आरक्षित करने का प्रस्ताव एक उत्कृष्ट कदम है.
इस बार के बजट को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रीजिजू बोले कि यह बहुत अच्छा बजट है. यह एक बहुत ही समावेशी बजट है जो गरीब, ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों और पूर्वोत्तर में रहने वाले लोगों सहित समाज के हर वर्ग के हितों का ख्याल रखता है.
भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर बोले कि यह आम आदमी के लिए बहुत अच्छा बजट है. इन्फ्रास्ट्रक्चर में 35 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जो अर्थव्यवस्था को स्वचालित रूप से गति प्रदान करेगा. यह एक बूस्टर शॉट है जो देश के पैसे को देश में रखते हुए देश में विनिर्माण को गति देगा.
पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने बजट को लेकर कहा कि यह एक ऐसा बजट है जो पूंजीगत व्यय पर जोर देता है. इससे निवेश जीडीपी विकास को आगे बढ़ाएगा. यह एक अपस्फीतिकारी बजट है और इससे महंगाई पर नियंत्रण रहेगा. इसके परिणामस्वरूप जबरदस्त रोजगार पैदा होगा.