उत्तराखंड में सरकार भले ही सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे कर रही हो लेकिन धरातल पर राज्य सरकार के सभी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं दरअसल कुमाऊं के अस्पतालों में लंबे समय से सर्जन, फिजीशियन, हड्डी के डॉक्टर बाल रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग समेत रेडियोलॉजिस्ट के पद सालों से रिक्त चल रहे हैं। इससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कुमाऊं के दूरस्थ जिलों में अस्पताल आने वाले मरीजों को हल्द्वानी या प्राइवेट अस्पतालों की तरफ जाना पड़ रहा है। कुमाऊं स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कुमाऊं के जिला अस्पतालों में सर्जन के 55 पद सृजित हैं इसमें से 39 पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं इसके अलावा फिजीशियन के 50, हड्डी के डॉक्टर 2, बाल लोग के 41, स्त्री रोग के 50, हृदय रोग और रेडियोलॉजिस्ट के 7-7 रिक्त चल रहे हैं हैं इन पदों के रिक्त चलने से कुमाऊं के अधिकांश अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।