जगजीत सिंह एक प्रसिद्ध भारतीय ग़ज़ल गायक, संगीतकार और संगीतकार थे। उनका जन्म 8 फरवरी, 1941 को श्री गंगानगर, राजस्थान, भारत में हुआ था और 10 अक्टूबर, 2011 को उनका निधन हो गया। यहां उनके जीवन की एक संक्षिप्त जीवनी दी गई है:
जगजीत सिंह का जन्म एक पंजाबी सिख परिवार में हुआ था। उन्होंने संगीत में शुरुआती रुचि दिखाई और कम उम्र में ही गाना और हारमोनियम बजाना शुरू कर दिया।
उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में अपनी भावपूर्ण और मधुर ग़ज़लों के लिए लोकप्रियता हासिल की। जगजीत सिंह ने अपनी पत्नी चित्रा सिंह के साथ मिलकर एक सफल ग़ज़ल गायन जोड़ी बनाई। उनके कुछ प्रसिद्ध एल्बमों में “द अनफॉरगेटेबल” और “एक्स्टसीज़” शामिल हैं।
जगजीत सिंह की मधुर आवाज़ और अपनी ग़ज़लों के माध्यम से गहरी भावनाओं को व्यक्त करने की क्षमता ने उन्हें संगीत उद्योग में एक प्रिय व्यक्ति बना दिया। उन्होंने ग़ज़ल शैली को समकालीन संगीत के साथ मिलाकर आधुनिक बनाया।
उन्हें अक्सर “ग़ज़ल सम्राट” के रूप में जाना जाता है और उन्होंने भारतीय संगीत पर अमिट प्रभाव छोड़ा। उनके सदाबहार गाने जैसे “तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो” और “कोई फरियाद” आज भी संगीत प्रेमियों द्वारा पसंद किए जाते हैं।
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1990 में, सिंह परिवार को एक व्यक्तिगत त्रासदी का सामना करना पड़ा जब उनके इकलौते बेटे विवेक की एक कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई। इस घटना ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला और उनके संगीत करियर में रुकावट आ गई।
जगजीत सिंह को अपने करियर के दौरान कई पुरस्कार और सम्मान मिले, जिनमें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म भूषण भी शामिल है।
चित्रा सिंह के सार्वजनिक जीवन से हटने के बाद, जगजीत सिंह ने एकल एल्बमों का प्रदर्शन और रिलीज़ जारी रखा। उनका संगीत श्रोताओं के दिलों को छूता रहा।
भारतीय संगीत, विशेष रूप से ग़ज़ल शैली में जगजीत सिंह का योगदान अद्वितीय है, और दुनिया भर के संगीत प्रेमियों द्वारा उनकी दिल को छू लेने वाली धुनों का जश्न मनाया जाता है।