नई दिल्ली। भारतीय सशस्त्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह (चरण -1) के दौरान सशस्त्र सेनाओं के कर्मियों को छह मरणोपरांत सहित 13 शौर्य चक्र प्रदान किए। विशिष्ट वीरता, अदम्य साहस और कर्तव्य के प्रति सर्वोच्च समर्पण के लिए भी कर्मियों को वीरता पुरस्कार दिए गए।
राष्ट्रपति ने सैन्य कर्मियों को असाधारण स्तर की विशिष्ट सेवा के लिए 14 परम विशिष्ट सेवा पदक, चार उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 अति विशिष्ट सेवा पदक भी प्रदान किए।
वहीं इस दौरान भारतीय थल सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे को परम विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें यह मेडल प्रदान किया। बता दें की जनरल मनोज पांडे ने 30 अप्रैल को नए सेना प्रमुख का पद संभाला था। वह देश के 29वें सेना प्रमुख हैं।
इसके अलावा लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (सेवानिवृत्त) को भी राष्ट्रपति कोविंद ने परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया।
14 कॉर्प्स के पूर्व कमांडर और वर्तमान में सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल पी गोपालकृष्णन मेनन को राष्ट्रपति ने उत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया। उन्हें यह पदक पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर संघर्ष के दौरान उनकी भूमिका के लिए दिया गया।
18 मद्रास रेजिमेंट के कैप्टन आशुतोष कुमार के अभिभावकों ने राष्ट्रपति से शौर्य चक्र प्राप्त किया।