अंकारा– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रेरणा लेकर तुर्की के विदेश मंत्री मेवतुल कावुसोग्लू ने अपने देश का नाम बदल लिया हैं, तुर्की को अब तुर्कीये नाम से जाना जायेगा। संयुक्त राष्ट्र ने भी तुर्की का नाम बदलने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। जिसके बाद तुर्की का नया नाम तुर्किये (TÜrkiye) कर दिया गया है। दरअसल तुर्की के विदेश मंत्री मेवतुल कावुसोग्लू ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को एक पत्र लिखा था, जिसमें तुर्की का नाम तुर्किये करने का अनुरोध किया गया था। जिस पर पत्र मिलने के तुरंत बाद ही तुर्की का नाम बदल दिया गया है।
आखिर क्यों बदला तुर्की देश का नाम
तुर्की को अंग्रेजी में टर्की भी कहा जाता है। कैब्रिज की अंग्रेजी डिक्शनरी के मुताबिक टर्की का असली नाम बेवकूफ या हारा हुआ होता है। देश के नाम के अर्थ की वजह से टर्की ने अपने देश का नाम बदलने का फ़ैसला किया था। वहीं तुर्की शब्द का इस्तेमाल नाकामी के तौर पर भी किया जाता हैं।
दिसंबर में किया था ऐलान
तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन ने दिसंबर में अपने देश के लोगों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर भाषा में तुर्किए नाम इस्तेमाल करने को कहा था। उन्होंने कहा कि तुर्किये शब्द तुर्की राष्ट्र की संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों को बेहतरीन तरीके से दर्शाता है और व्यक्त करता है। इसके अतिरिक्त एर्दोगन ने कंपनियों से कहा था कि वे निर्यात होने वाली सभी चीजों पर ‘मेड इन तुर्किये’ लिखें।
जानिए अब तक किन किन देशों ने बदला है अपना नाम
हाल ही में, स्वाजीलैंड ने अपना नाम बदलकर इस्वातीनी कर लिया था। उससे पहले नीदरलैंड ने अपने पुराने नाम हॉलैंड को हटा दिया। बर्मा ने भी अपना नाम बदलकर म्यानमार रख लिया। इसके साथ ही मैसेडोनिया ने ग्रीस के साथ एक राजनीतिक विवाद के कारण नाम बदलकर उत्तरी मैसेडोनिया कर दिया था।फारस ने अपना नाम बदल कर ईरान कर लिया था। तो वहीं श्रीलंका को भी पहले सीलोन नाम से जाना जाता था।