Friday, March 29, 2024
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कब थमेगी कांग्रेस की रार! नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति पर भी कांग्रेस में महाबवाल,करोड़ों में पद बांटने का फिर लगा आरोप

उत्तराखंड के कांग्रेस संगठन में नए पद बांटने के बाद पार्टी के अंदर मनभेद और मतभेत खुलकर सामने आया है। कांग्रेस आलाकमान की ओर से नई जिम्मेदारी नहीं देने से प्रीतम खेमा काफी आहत है। हाईकमान द्वारा अपने नेता की अनदेखी के बाद प्रीतम खेमा नाराज बताया जा रहा है और इस्तीफा देने का दौर शुरू हो गया है। गिरीश चंद्र पुनेठा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पुनेठा ने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपए लेकर कांग्रेस में पद बांटे गए हैं।

प्रदेश कांग्रेस की आपसी सिसासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। उत्तराखंड में कांग्रेस में नई जिम्मेदारी के बाद एक बार फिर बैटरी वगावत के सुर उठने लगे हैं कांग्रेस आलाकमान की ओर से नई जिम्मेदारियां बांटने और उसमें अपने नेता की अनदेखी के बाद प्रीतम खेमा काफी आहत नजर आ रहा है माना जा रहा था कि प्रीतम सिंह के कद को देखते हुए उन्हें कांग्रेस आलाकमान से नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिल सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ पार्टी ने भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बना दिया है यशपाल आर्य को पार्टी में शामिल कराने में मुख्य भूमिका प्रीतम सिंह की बताई जाती है. हाईकमान द्वारा अपने नेता की अनदेखी के बाद प्रीतम खेमा नाराज बताया जा रहा है रविवार देर शाम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से इन नियुक्तियों का पत्र जारी किया गया इससे प्रीतम खेमा नाराज बताया जा रहा है क्योंकि गढ़वाल से कांग्रेस आलाकमान ने किसी नेता को कोई जिम्मेदारी नहीं दी है वहीं प्रीतम सिंह के करीबी माने जाने वाले गिरीश चंद्र पुनेठा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत पर खुलकर निशाना साधा फिर आलाकमान के फैसले पर कई सवाल खड़े किए है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की बात साझा की है। उन्होंने लिखा है कि विगत सप्ताह में डिजिटल सदस्यता अभियान के दौरान जिन साथियों को मैंने कांग्रेस पार्टी से जोड़ा उनसे भी क्षमा प्रार्थी हूं उन्होंने कहा कि बड़े भाई समान मेरे आदर्श रहे प्रीतम सिंह से भी मैं क्षमा प्रार्थी हूं कि ईमानदारी और काबिलियत के आगे धन बल की राजनीति में डूब चुकी कांग्रेस पार्टी में बने रहना अब संभव नहीं है। लेकिन आप हमेशा मेरे नेता रहेंगे उन्होंने कहा कि पहले टिकट बांटे गए थे और अब नेता प्रतिपक्ष का पद भी करोड़ों में बिक गया उन्होंने राहुल गांधी से इस मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है उन्होंने लक्सर, खानपुर, यमुनोत्री समेत दर्जनों टिकट पैसों में बांटे जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि फिलहाल तो केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, देवेंद्र यादव, हरीश रावत को यह बताना चाहिए कि नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए कितनी बोली लगाई गई थी।

नवनियुक्त पीसीसी अध्यक्ष करण महरा को उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए 2022 विधानसभा चुनाव के खर्च के लिए पीसीसी में आई धनराशि की जांच की मांग भी की है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव के लिए एआईसीसी से आई धनराशि की बिल टू बिल जांच की जाएगी। क्योंकि चुनाव खत्म होते ही चुनावी बागडोर संभालने पीसीसी के कई पदाधिकारियों के पास नई एसयूवी लेने की खबर से समर्पित कार्यकर्ता हतप्रभ हैं कांग्रेस हाईकमान की ओर से नई नियुक्ति के बाद पार्टी के भीतर विरोध के स्वर मुखर हो चुके हैं। इसकी शुरुआत प्रीतम सिंह के करीबी माने जाने वाले गिरीश चंद्र पुनेठा ने की है। कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रीतम सिंह के और समर्थक भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं।

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