दरअसल महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र के धनईगंज बंधे पर एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम से अपनी तुलना कर डाली और तैश में आकर धरना दे रहीं महिला पहलवानों को मंथरा बता दिया। उन्होंने कहा , ‘मंथरा ने राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेज दिया था, लेकिन यदि राम वन नहीं जाते तो वह कभी केवट से न मिलते, शबरी के जूठे बेर न खाते। हनुमान और सुग्रीव से मित्रता न होती और रावण जैसे महापापी का अंत कैसे होता।’ सांसद ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि ईश्वर ने मेरे लिए अभी कुछ और काम कार्य निर्धारित कर रखा है। उन्होंने कहा कि वह सब कुछ हो सकते हैं लेकिन जो आरोप लगा है वह नहीं हो सकते। इस तरह की बातों से लोग अवाक रहे। बृजभूषण के भाषण को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा है।’
खुद को राम और पहलवानों को मंथरा कहने पर हो रही बृजभूषण की फजीहत।
पहलवानों के आंदोलन को लेकर एक बार फिर बृजभूषण सिंह के बिगडे बोल, और कह दिया कुछ एसा की हर जगह जगह हो रही है उनकी फजीहत। खुद को राम और पहलवानों को मंथरा कहने पर अब पजीहत का शिकार हो रहे हैं बृजभूषण, उन्हने तैश में आकर धरना दे रहीं महिला पहलवानों को मंथरा बताया, उन्होंने कहा कहा, ‘मंथरा ने राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेज दिया था, लेकिन यदि राम वन नहीं जाते तो वह कभी केवट से न मिलते, शबरी के जूठे बेर न खाते। हनुमान और सुग्रीव से मित्रता न होती और रावण जैसे महापापी का अंत कैसे होता।’