पहलवानों के अपने मेडल्स को गंगा में प्रवाहित करने का फ़ैसला अभी टाल दिया है, किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकेत ने पहलवानों से पांच दिन का समय मांगा है, उन्होंने कहा कि मेडल्ल हमारे देश का सम्मान है, जो खिलाडियों ने कडी मेहनत से अर्जित किये है, इनको गंगा में प्रवाह करना यानी खिलाडियों की जिन्दगी भर की मेहनत को गंगा में बहाने जैसा है, किसान नेता नरेश टिकैत ने पहलवानों को समझाकर पाँच दिन का वक़्त माँगते हुए कहा कि सरकार से किसी सफल वार्ता की उम्मीद रखते हुए पांच दिनों में कोी बेहतर नतीजे की उम्मीद करते हैं, जिससे समाधन निकल सके। हालाँकि हरिद्वार हर की पौड़ी पर पहुँचे पहलवानों के मेडल्स गंगा प्रवाहित को लेकर हरिद्वार गंगा सभा नाराज़ नज़र आये।