Date : 20 September, 2023

जून में, कनाडा में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या ने कनाडा और भारत के बीच राजनयिक तनाव पैदा कर दिया। निज्जर कोन था जानिए।
– निज्जर का जन्म 1977 में जालंधर जिले, पंजाब, भारत में हुआ था और वह प्लंबर के रूप में काम करने के लिए 1997 में कनाडा चले गए।
– शुरुआत में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) सिख अलगाववादी समूह से जुड़े, भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बीकेआई को कथित तौर पर पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा वित्त पोषित “आतंकवादी संगठन” के रूप में लेबल किया है।
– 2020 के भारत सरकार के बयान के अनुसार, निज्जर बाद में खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का प्रमुख बन गया, जो सक्रिय रूप से परिचालन गतिविधियों, नेटवर्किंग, प्रशिक्षण और अपने सदस्यों के वित्तपोषण में शामिल था। भारत ने उसी बयान में आधिकारिक तौर पर उसे “आतंकवादी” के रूप में वर्गीकृत किया।
– वह खालिस्तान के स्वतंत्र सिख राज्य के लिए एक प्रमुख नेता और वकील थे।
– निज्जर को सिखों के पूजा स्थल सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा का प्रमुख चुना गया था और उनकी मृत्यु के समय भी वह इसी पद पर थे।
– 18 जून को उसी गुरुद्वारे के बाहर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें कुछ लोगों ने उनकी मौत में विदेशी संलिप्तता का आरोप लगाया।
इस हत्या ने कनाडा और भारत के बीच संदेह और राजनयिक तनाव बढ़ा दिया है, कनाडा ने भारत की संलिप्तता पर संदेह किया है और भारत ने आरोपों को “बेतुका” बताते हुए इनकार किया है।हीं खबर ये भी सामने आ रही थी कि, कनाडा के सरे में स्थित गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के नजदीक दो अज्ञात हमलावरों ने निज्जर पर हमला किया था। हमले में उसकी मौत हो गई थी। भारतीय एजेंसी एनआईए ने निज्जर को भगोड़ा घोषित किया था। इसके साथ ही आपको बता दें कि, निज्जर गुरु नानक सिख गुरुद्वारे का अध्यक्ष था और कनाडा में चरमपंथी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रमुख चेहरा था। निज्जर, खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख भी था।