उत्तराखंड चार धाम यात्रा में रविवार को एक बड़ी दुर्घटना हुई जिसमे युकाडा के वित्त नियंत्रक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई थी इस घटना के तीन दिन बाद भी यह पता नहीं लगाया जा सका कि घटना के पीछे लापरवाही किसकी थी_ इस मामले की जांच में जुटी डीजीसीए की टीम ने रविवार को घटना के समय हेलीपैड पर मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है
इस घटना के बाद उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि हवाई जहाज में यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा मानकों के लिए हर सीट पर सुरक्षा गाइड रखी जाती है जिससे यात्री सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूक होता है इसी तरह केदारनाथ में जिन कंपनियों को हैली सर्विस का जिम्मा सौंपा गया है उन्हें भी हेलीकॉप्टर के अंदर सभी इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं दिलीप जावलकर ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच डीजीसीए कर रही है इसी वजह से क्रिस्टल एविएशन कंपनी को अभी भारत सरकार से हेली सर्विस शुरू करने की मंजूरी नहीं दी गई है जबकि इस कंपनी से टिकट कराने वाले श्रद्धालुओं को अन्य कंपनियों के सहयोग से दर्शन कराने के निर्देश भी दिए गए हैं हालांकि सचिव दिलीप जावलकर ने भी अभी तक क्रिस्टल एविएशन कंपनी पर किसी भी लापरवाही बरतने की बात नहीं की है
उत्तराखंड चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन कराने का जिम्मा 9 हैली सर्विस कंपनियों को दिया गया है जिनमें से 7 कंपनियां अपनी सर्विस शुरू कर चुकी है जबकि जिस हेलीकॉप्टर से रविवार को दुर्घटना हुई है उस कंपनी को अभी तक भारत सरकार की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है दिलीप जावलकर का कहना है कि सभी कंपनियों को सुरक्षा से जुड़े मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं हैली कंपनियों की सर्विस आज से केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हो गई है_ केदारनाथ में अगले 1 सप्ताह तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान भी जताया गया है जिसके लिए उत्तराखंड नागरिक उद्यान विकास प्राधिकरण सचिव दिलीप जावलकर ने कहा है कि खराब मौसम में हेलीकॉप्टर को ले जाने का फैसला पायलट को ही लेना होता है ऐसे में पूरी जिम्मेदारी पायलट की ही बन जाती है उन्होंने कहा कि इसके खराब मौसम के बावजूद भी अगर कोई पायलट उड़ान भरने का फैसला लेता है और कोई दुर्घटना हो जाती है तो उस पर भी सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए गए है।
इस घटना के बाद उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि हवाई जहाज में यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा मानकों के लिए हर सीट पर सुरक्षा गाइड रखी जाती है जिससे यात्री सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूक होता है इसी तरह केदारनाथ में जिन कंपनियों को हैली सर्विस का जिम्मा सौंपा गया है उन्हें भी हेलीकॉप्टर के अंदर सभी इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं दिलीप जावलकर ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच डीजीसीए कर रही है इसी वजह से क्रिस्टल एविएशन कंपनी को अभी भारत सरकार से हेली सर्विस शुरू करने की मंजूरी नहीं दी गई है जबकि इस कंपनी से टिकट कराने वाले श्रद्धालुओं को अन्य कंपनियों के सहयोग से दर्शन कराने के निर्देश भी दिए गए हैं हालांकि सचिव दिलीप जावलकर ने भी अभी तक क्रिस्टल एविएशन कंपनी पर किसी भी लापरवाही बरतने की बात नहीं की है
उत्तराखंड चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन कराने का जिम्मा 9 हैली सर्विस कंपनियों को दिया गया है जिनमें से 7 कंपनियां अपनी सर्विस शुरू कर चुकी है जबकि जिस हेलीकॉप्टर से रविवार को दुर्घटना हुई है उस कंपनी को अभी तक भारत सरकार की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है दिलीप जावलकर का कहना है कि सभी कंपनियों को सुरक्षा से जुड़े मानकों को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं हैली कंपनियों की सर्विस आज से केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हो गई है_ केदारनाथ में अगले 1 सप्ताह तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान भी जताया गया है जिसके लिए उत्तराखंड नागरिक उद्यान विकास प्राधिकरण सचिव दिलीप जावलकर ने कहा है कि खराब मौसम में हेलीकॉप्टर को ले जाने का फैसला पायलट को ही लेना होता है ऐसे में पूरी जिम्मेदारी पायलट की ही बन जाती है उन्होंने कहा कि इसके खराब मौसम के बावजूद भी अगर कोई पायलट उड़ान भरने का फैसला लेता है और कोई दुर्घटना हो जाती है तो उस पर भी सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए गए है।