Friday, March 29, 2024
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नैनीताल– जल्द भरे जाए लंबे समय से खाली पड़े जजों के तीन पद: अधिवक्ता डॉ. महेंद्र पाल

नैनीताल । हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल ने उत्तराखण्ड हाईकोर्ट में अधिवक्ता कोटे से तीन जजों के पद लम्बे समय से रिक्त होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए इन पदों पर शीघ्र नियुक्ति की मांग की है ।
सोमवार को हाइकोर्ट बार सभागार में पत्रकारों से वार्ता में डॉ.महेंद्र पाल ने कहा कि उत्तराखंड हाईकोर्ट में अधिवक्ता कोटे के तीन पद रिक्त हैं । उत्तराखण्ड हाईकोर्ट देश का एकमात्र ऐसा हाईकोर्ट है जहां अधिवक्ता कोटे के इतने पद रिक्त हैं । ये पद रिक्त होने का कारण उत्तराखण्ड हाईकोर्ट में काफी समय से स्थाई मुख्य न्यायधीश न होना भी है । क्योंकि मुख्य न्यायधीश न होने से हाईकोर्ट की कोलोजियम से किसी अधिवक्ता के नाम की संस्तुति जज बनाये जाने के लिये नहीं हुई । उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं को वर्तमान कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा के जल्दी ही मुख्य न्यायधीश बनने की संभावना थी किन्तु उन्हें अब तक मुख्य न्यायधीश नहीं बनाया गया । डॉ0 पाल ने उत्तराखण्ड सरकार से इस मामले में सुप्रीम कोर्ट व केंद्र सरकार के समक्ष पैरवी करने की मांग की है । क्योंकि हाईकोर्ट में अधिवक्ता कोटे के जजों के पद रिक्त होने से एक ओर अधिवक्ताओं का हक छीना जा रहा है दूसरी हाईकोर्ट में न्यायधीशों की कमी से मुकदमों का निस्तारण समय और नहीं हो पा रहा है और वादों की संख्या बढ़ती जा रही । उन्होंने बताया कि इसी माह न्यायमूर्ति नारायण सिंह धनिक की सेवानिवृत्ति के बाद जजों की संख्या और कम हो जाएगी।
वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. पाल ने उत्तराखण्ड विधि विश्व विद्यालय की स्थापना को लेकर राज्य सरकार की नीति की कड़ी आलोचना की है । उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड हाईकोर्ट ने पूर्व में राज्य में जल्दी लॉ विश्व विद्यालय खोलने के निर्देश सरकार को दिए थे । किन्तु सरकार लॉ विष विद्यालय खोलने के बजाय हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से सटे ले आई । इसके अलावा हाईकोर्ट ने विधि विश्व विद्यालय भवाली या प्राग फार्म, खुरपिया फार्म में खोलने का आदेश दिया था । लेकिन इसे डोईवाला देहरादून में खोलने जा रही है । जो हाईकोर्ट के आदेशों के खिलाफ़ है ।
डॉ. महेंद्र पाल ने उत्तराखण्ड हाईकोर्ट अधिवक्ता व जज रहे न्यायमूर्ति सुधांशु धुलिया के सुप्रीम कोर्ट में जज बनने पर खुशी व्यक्त करते हुए इसे उत्तराखंड के लिये गौरवपूर्ण क्षण बताया ।
इस दौरान अधिवक्ता आर पी सिंह,कमलेश तिवारी,शक्ति सिंह,पंकज गोस्वामी,सूरज पांडे,सौरभ अधिकारी,विनोदानन्द बर्थवाल,बी एस कोरंगा,विक्रमादित्य साह, सरिता बिष्ट, जाकिर अली,आर पी भट्ट सहित बड़ी संख्या में अन्य अधिवक्ता मौजूद थे ।

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